आओ सूर्य से सीखें
मेरी शांति से सूर्य कहते हैं,
तपो,
पर बुराइयों का खनन करने,
वातावरण को अनुकूल बनाने।
चमको,
पर तिमिर को हरने,
लोगों के नेत्र बनने।
बड़े बनो,
पर छोटों को सही मार्ग पर चलाने,
अच्छाइयों को ज़्यादा लोगों तक पहुंचाने।
"अपने हर गुण को ऐसे विकसित करो जो किसी के काम आए"
- अर्शिता
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